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Showing posts from November, 2016

मोदी की परिवर्तन रैली और मिशन यूपी

  कुशीनगर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की परिवर्तन रैली में हजारों की भीड़ अपने प्रधानमंत्री के दीदार के लिए सुबह से पैर जमाए खड़ी थी। यहां अपने पूरे भाषण में मोदी का फोकस कालेधन और नोटबंदी पर रहा। बुद्ध के क्षेत्र में मोदी के इस भाषण में बुद्धि और संयम , दोनों का प्रयोग किया गया। पीएम मोदी ने नोटबंदी के अपने फैसले को हर तरह से जायज बताया और उसके पक्ष में कई उदाहरण भी रखे। लोकतंत्र में हर निर्णय पर जनता की मिली-जुली प्रतिक्रिया होती ही है। नोटबंदी के फैसले पर भी ऐसा रहा।   मोदी जी का कहना है कि लगभग आधे से ज्यादा आबादी मोबाइल फोन का इस्तेमाल करती है। मतलब रिचार्ज भी कराती ही होगी। इस प्रक्रिया को सीखने के लिए क्या कोई कभी स्कूल गया था या कोई सरकारी कर्मचारी उन्हें यह सिखाने आया था ? आखिरकार जनता ने खुद ही सीख ही लिया। ऐसे ही कैशलेस अर्थव्यवस्था की शुरूआत भी की जा सकती है। अपने उदाहरणों में उन्होंने कहा कि रेलवे के आधे से ज्यादा टिकट लोग स्वंय ऑनलाइन ही बुक कर लेते है। पिछली दो दफा भावुक हो चुके प्रधानमंत्री ने इस बार अपने सशक्त हौसले का परिचय देक

हमें और आपको ले डूबेगा ये “मैटर”!

            बीते दिनों फ्रांस के पैरिस में एफिल टॉवर को ग्रीन कर दिया गया। ऐसा पैरिस में क्लाइमेट चेंज पर डील होने के सम्मान में किया गया था। क्लाइमेट चेंज के बारे में दुनिया को जागरूक करने का यह कोई पहला प्रयास नहीं है, हां , सराहनीय जरूर है। वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन ( WHO) की 2016 की रिपोर्ट के मुताबिक दुनिया की शहरी आबादी का लगभग 80 फीसदी हिस्सा जहरीली हवा में सांस ले रहा है। दिल्ली के गैस चेंबर बनने की खबरें रोज आ रही हैं। अभी तक लोग इसे सुनकर भी अनसुना कर रहे हैं। जब नाक तक पानी आ जाएगा , तभी तैरना सीखेंगे शायद।         ऐसे में दिवाली और पराली (फसलों का बचा मलबा , जिसे आग के हवाले कर दिया जाता है) , दोनों ने पार्टीकुलेट मैटर ( PM) 2.5 और 10 की मात्रा हवा में बढ़ा दी है। वाहनों और एसी के जरूरत से ज्यादा उपयोग से ये स्थिति दिन पर दिन बद्तर होती जा रही है। WHO की रिपोर्ट में ग्वालियर , रायपुर , पटना और इलाहाबाद भी अब प्रदूषण में दिल्ली से पीछे नहीं हैं। दिन-प्रतिदिन होने वाला ओजोन परत का क्षरण इस स्थिति को और भी भयावाह बनाता जा रहा है। हॉवर्ड और येल यूनिवर्सिटी