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एक आवाज़ ........

आज हो गया कसूर उस बेकसूर से...


हो गया गुनाह उस मज़बूर से...


ग़लती को मान बैठा वो ख़ता ...


शायद अब जा के हुआ उसे पता ....


इंसान पैदा क्या हुआ इंसान से ..


थी शायद यही सबसे बडी ख़ता...

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