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BaChPan !!!!!!!!!!!


aaj hum chah ker bhi wo raat pa nahi sakte ..

vatan se door hoker sondhi mitti ki khusboo ko pa nahi sakte.

dooriyon ne bhi ab hamse kinara ker liya hai.

chah ker bhi aaj apna bachpan pa nahi sakte,,,,,

hum apne formule banate gaye ,

kudrat apna roop gadti rahi,

aaj pata chala jab peeche mud ker dhekha,

hum hamesha galat the,  aur kudrat hamesha sahi.............

wo kheto me khelna ,wo nani k yahan jana 

kahani ki jid ker nani k sath sona ,,

wo chasma chupana ,wo gud ka churana

sochte hai un dino ko aaj bhi??? 

per muskil hai pana,

wo dada ka chasma , wo dadi ki chadi chupana

wo khatye pe sona ,wo chup chup k rona ,

wo mousi ka dhatna ,wo mama ka sehlana

bada yaad aata hai ,apna jawana purana...........

wo mallo  ki picnik ka kheto me hona .

Macdonals k jagah bati chokha ka hona.

wo hare khet ,aur kheton ki chidya

wo diwali k patahke aur holi ki ghujiya .

wo haro ko potna ,wo gharo ko sajana 

bada yaad aata hai jawana purana..........

wo guru ji ka marna . aur aaya ji ka dhatna,

wo college ka gola maar jungle jalebi  khana

wo reeta ka rona aur seeeta ka chup karana 

bada yaad aata hai jamana purana..............

wo kheto ki medhe ,wo khula aasman 

taro ko gin ker wo  ratain gujarana..

wo kabbdi aur kachudi k liye maar kerna

 wo pede ki chori  aur gud ka churana ,

wo shawer k badle tubewell me nahana..

mango slice k badle  bagho me jana,

balti me bhigoye hue aamo ko khana.

wo gaye , wo bhaise,  wo chara , wo gober

wo kehna angreji me ..this is real nature

wo subha neerali, wo dhoti pehnna

buddu k beach me baithker taash  khelna.

ab na rahe wo din jab hum nange paanv douda kerte the.

ab badla gaya samye aur badal gaya jamana

per sach................................

bada yaad ata hai jamana puranaaaaaa.

                                        Amit kumar singh

                                       +91-9450791001

 

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