रंग, भंग और सिर्फ उनके संग , होली का मज़ा ही कुछ और है....
बदहवास लोग , हर गली में शराब , होली कि बात ही कुछ और है,
चारो तरफ गुलाल, कीचड़ से भरी सड़क और मीठा पान, होली कि बात ही कुछ और है,
हर घर में डी. जे ,हर रोड पर बवाल , आदमी पिये है तो बात ही कुछ और है...
नशे में सराबोर, देशी तमंचा 12 बोर,नशे ंमें हर किसी की ओर , होली कि बात ही कुछ और है...
मंहगा आलू, कचरी और पापड़ , सिर्फ रसगुल्ले , होली कि बात ही कुछ और है ...
बड़ो का आर्शीवाद , छोटो का उन्माद, बराबर की मस्ती , होली कि बात ही कुछ और है....
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